हरियाणा पैवेलियन में पहुंचे प्रसिद्ध अभिनेता यशपाल शर्मा व रामपाल बल्हारा
कुरुक्षेत्र 21 दिसंबर हरियाणा की संस्कृति सबसे समृद्ध है। यहां के रीति रिवाज, परंपरा व लोक संस्कृति विश्वभर में सबसे श्रेष्ठ है। हरियाणा पैवेलियन में प्राचीन व आधुनिक हरियाणा के दर्शन हो रहे हैं। इस प्रयास के लिए कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय बधाई का पात्र है। यह विचार फिल्म अभिनेता यशपाल शर्मा ने वीरवार को अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय एवं कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड द्वारा लगाए गए हरियाणा पवेलियन का अवलोकन करने के बाद व्यक्त किए।
हरियाणा पैवेलियन में पहुंचने पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के युवा एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग के निदेशक प्रो. महासिंह पुनिया, डॉ. ज्ञान चहल व डॉ. सुशील टाया ने उनका स्वागत किया। हरियाणा की आन बान और शान की प्रतीक उन्हें पगड़ी बांधी गई। अभिनेता यशपाल शर्मा ने कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय हरियाणा की लोक संस्कृति का बेहद सुंदर ढंग से प्रचार प्रसार कर रहा है। ब्रह्मसरोवर के तट पर हरियाणा के दर्शन हो रहे हैं। यहां पर प्राचीन हरियाणा के सभी काम धंधों व लोक संस्कृति के बहुआयामी रंगों को प्रदर्शित किया गया है, वहीं डॉ. हरविंद्र राणा व उनकी टीम द्वारा लोगों का खूब सांस्कृतिक रूप से मनोरंजन भी किया जा रहा है। यहां पर आकर उन्हें बहुत अच्छा लगा। जब भी वे कुरुक्षेत्र आते हैं तो कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के अनुरोध को कभी भी अस्वीकार नहीं कर पाते क्योंकि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा के कुशल मार्गदर्शन में हरियाणा की संस्कृति के संरक्षण व उत्थान के लिए जहां कार्य कर रहा है, वहीं शिक्षा के क्षेत्र में भी बेहतरीन कार्य कर रहा है।
हरियाणवी फिल्म अभिनेता रामपाल बल्हारा ने कहा कि हरियाणा पैवेलियन में आकर उन्हें बहुत अच्छा लग रहा है। खासतौर पर प्रस्तुत किए गए गाणे जीजा तू काला मैं गोरी को सुनकर 40 साल पहले बनी चंद्रावल फिल्म की यादें ताजा हो गई। इस अवसर पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग के निदेशक प्रो. महा सिंह पुनिया ने फिल्म अभिनेता यशपाल शर्मा, रामपाल बल्हारा व उनके साथ आए अन्य कलाकारों को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा की तरफ से सम्मानित किया। फिल्म अभिनेता यशपाल शर्मा ने हरियाणा पैवेलियन में बने सेल्फी प्वाइंट पर सेल्फी भी ली।