महोत्सव की पार्टनर कंट्री श्रीलंका के पर्यटन मंत्री विदुरा विक्रमनायके ने कुरुक्षेत्र पावन धरा की प्रशंसा, ब्रहमसरोवर की महाआरती और महापूजन में की शिरकत
कुरुक्षेत्र 21 दिसंबर श्रीलंका के बुद्ध शासन, धार्मिक और धार्मिक सांस्कृतिक मामलों के मंत्री विदुरा विक्रमनायके ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2024 का आयोजन श्रीलंका में भी भव्य और हर्षोल्लास के साथ किया जाएगा। इस पावन धरा पर पांव रखते ही आध्यात्मिकता और भगवान श्रीकृष्ण के आशीर्वाद की अनुभूति हुई। इस धरा पर हजारों वर्ष पूर्व भगवान श्रीकृष्ण ने गीता के उपदेश दिए जो आज भी पूर्णत: प्रासंगिक है। इन उपदेशों का अनुसरण करने के लिए श्रीलंका के नागरिकों को भी प्रेरित और जागरूक किया जाएगा।
श्रीलंका के पर्यटन मंत्री विुदरा विक्रमनायके वीरवार को देर सायं अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की तरफ से ब्रहमसरोवर पुरुषोत्तमपुरा बाग में आयोजित महाआरती व महापूजन कार्यक्रम में अपने मन के भाव व्यक्त कर रहे थे। इससे पहले पर्यटन मंत्री विुदरा विक्रमनायके ने महापूजन व महाआरती में भाग लिया। उन्होंने कहा कि पवित्र ग्रंथ गीता की पावन धरा पर पहुंचने पर आध्यात्मिकता का एहसास हुआ। इस ग्रंथ के उपदेशों से पूरी मानवता को शांति का संदेश मिल रहा है। इस ग्रंथ के उपदेश कलयुग के ही नहीं अपितु भविष्य के लिए भी पूरी तरह प्रासंगिक है। इस ग्रंथ के उपदेशों का अनुसरण करते हुए एक-दूसरे को समझने का प्रयास करना चाहिए और पूरे विश्व को शांति की राह पर आगे बढ़ना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस ग्रंथ के उपदेशों को समझने के साथ-साथ अपने जीवन में धारण करने की जरुरत है। इन उपदेशों का अनुसरण करके ही कोई भी देश तरक्की की राह पर आगे बढ़ सकता है। इस ग्रंथ के उपदेशों से मन शुद्ध होता है और जब मन शुद्ध होगा तो धर्म जाति को भूलकर मानवता के सूत्र में बंध जाएगा। जब पूरी मानवता एक सूत्र में बंध जाएगी तो निश्चित ही विश्व में शांति स्थापित होगी। उन्होंने कहा कि इस पावन धरा पर अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव को देखकर निर्णय लिया गया है कि आगामी वर्ष यानी वर्ष 2024 में श्रीलंका की धरा पर अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का आयोजन किया जाएगा ताकि श्रीलंका के लोग भी पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेशों से आत्मसात होंगे।